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धन प्राप्ति के लिए साधना मंत्र

बंगाल की रानी .. करे मेहमानी .. मुंज बनी के कावा .. पद्मावती बैठ खावे मावा .. सत्तर सुलेमान ने हनुमान को रोट लगाया .. हनुमान ने राह संकट हराया .. तारा देवी आवे घर हात उठाके देवे वर .. सतगुरु ने सत्य का शब्द सुनाया .. सुन योगी आसन लगाया .. किसके आसन ? किसके जाप ? जो बोल्यो सत गुरु आप ... हर की पौड़ी लक्ष्मी की कौड़ी .. सुलेमान आवे चढ़ घोड़ी .. आउ आउ पद्मा वती माई करो भलाई न करे तोह गुरु गोरक्ष की दुहाई .. ।। ... इस मंत्र का रोज 108 पाठ लगातार 41 दिन तक सब सुद्ध् वस्त्र दिशा समय सुविधा अनुसार ... मंत्र स्वम सिद्ध है बस रोज 108 जप करना है आप स्वम आश्चर्य हो जायेंगे इस के प्रभाव देख शावर मन्त्र में यह ही एक ऐसा मंत्र है जिसमे समस्त देव शकतो ी सायुज्य कर्ण किया गया है लक्ष्मी तारा पद्मावती धन से सम्बन्ध .. हनुमान जी रस्ते की समस्त संकट को मिटा देता है ताकि आप पास धन को आने में कोई व्यवधान न हो . सत्तर सुलेमान सातों द्व...

कमर दर्द :

  कमर दर्द :   आज के समय में कमर दर्द  एक ऐसी समस्या  बनती जा रही हैं जो बैठने का गलत तरीका ,  खान पान की गलत शैली , और साथ ही साथ अनेकों अलग  कारण के फलस्वरूप सामने आ रही हैं , वर्तमान चिकित्सा का अपना  महत्त्व तो हैं ही पर यह छोटा सा प्रयोग आपको  राहत प्रदान कर सकता हैं  

शरीर रक्षा शाबर मन्त्र

 ‘ मन्त्र - विद्या ’ का प्रयोग करने वाले को देहाती भाषा में ‘ ओझा ’ कहते हैं : ‘ ओझा ’ भी जब झाड़ - फूँक ले लिए कहीं जाता है , तो घर से चलते समय या उस स्थान पर पहुँच कर सबसे पहले अपने शरीर की रक्षा के लिए शरीर - रक्षा का मन्त्र पढ़ लेता है , जिससे यदि उस स्थान पर भूत - प्रेतादि का उपद्रव हो , तो उसे हानि न पहुँचा सके । शरीर - रक्षा का ऐसा ही एक मन्त्र यहाँ उद्धृत है – ” जल बाँधों , थल बाँधों बाँधों अपनी काया , सात सौ योगिनी बाँधों , बाँधों जगत की माया , दुहाई कामरू कमक्षा नैना योगिनी की , दुहाई गौरा पार्वती की , दुहाई मसान की । ” प्रयोग विधिः - उक्त मन्त्र को अधिक - से - अधिक संख्या में किसी पर्व - काल में जप लेने से वह सिद्ध हो जाता है । शरीर - रक्षा की आवश्यकता पड़े , तो सिद्ध मन्त्र का नौ बार उच्चारण करके हाथ की हथेली पर नौ बार फूँक मारे और हथेली को पूरे शरीर पर फिरा दें । इससे देह बँध जाएगी ।